मोदी सरकार की पिछली पारी में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) रहे अजित डोभाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर भरोसा जताया है। उन्हें दोबारा अगले 5 सालो के लिए फिर NSA नियुक्त किया है। इस एक्सटेंशन के अलावा डोभाल का प्रमोशन भी किया गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान को देखते हुए डोभाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर डोभाल का कद अब एक कैबिनेट मंत्री के बराबर होगा। डोभाल का फिर से एनएसए बनना बताता है कि मोदी के साथ-साथ नए गृह मंत्री अमित शाह भी उनके काम से संतुष्ट हैं।
कार्मिक मंत्रालय के एक आदेश में डोभाल की नियुक्ति की जानकारी दी गई है। आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने डोभाल को इस पद पर दोबारा नियुक्त किये जाने के संबंध में अपनी मंजूरी दे दी है और यह व्यवस्था 31 मई 2019 से प्रभावी होगी। प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ-साथ उनकी नियुक्ति भी खुद समाप्त हो जाएगी।
आदेश में कहा गया है, ‘इस पद पर नियुक्ति के दौरान उन्हें कैबिनेट मंत्री का रैंक दिया गया है।’ डोभाल को पहली बार मई 2014 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया गया था और उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया था ।
इससे पहले सोमवार सुबह देश के नए गृह मंत्री अमित शाह ने एनएसए अजित डोभाल के साथ बैठक कर आंतरिक सुरक्षा का जाजया लिया। बैठक में आईबी चीफ राजीव जैन, गृह सचिव राजीवा गावा भी मौजूद थे। गृह मंत्री को देश की आतंरिक सुरक्षा की स्थिति से अवगत कराया गया। एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर, खासतौर पर सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा की स्थिति की जानकारी भी ली।