आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने उम्मीद के अनुरूप बृहस्पतिवार रात को राज्य के पुलिस महानिदेशक आर. पी. ठाकुर को पद से हटा दिया। भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो के डीजी ए. बी. वेंकटेश्वर राव (1989 बैच) को भी पद से हटा दिया गया है और उन्हें सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) में रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है।
ठाकुर और राव दोनों कुछ समय से वाईएसआर कांग्रेस की ‘हिट लिस्ट’ में थे क्योंकि दोनों को पूर्ववर्ती तेलुगू देशम पार्टी सरकार का करीबी समझा जाता है। वाईएसआरसी जब विपक्ष में थी तब उसने दोनों विवादित आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ चुनाव आयोग एवं अन्य अधिकारियों के समक्ष कई शिकायतें दर्ज करायी थी।
ठाकुर के 1986 बैच के सहकर्मी दामोदर गौतम स्वांग को नये डीजीपी (पुलिस बल के प्रमुख) के तौर पर पूर्ण अतिरिक्त प्रभार दिया गया है और उम्मीद है कि उन्हें ही राज्य पुलिस प्रमुख का पूर्ण प्रभार सौंपा जायेगा। मुख्य सचिव एल वी सुब्रमण्यम की ओर से जारी आदेश के अनुसार ठाकुर को कम महत्व वाले प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी विभाग का आयुक्त नियुक्त किया गया है। वहां के मौजूदा अधिकारी टी. ए. त्रिपाठी को जीएडी में रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है।
मुख्य सचिव के आदेश के अनुसार मौजूदा समय में अतिरिक्त महानिदेशक (डीजी) (खुफिया) के पद पर कार्यरत कुमार विश्वजीत को डीजी, एसीबी का पूर्ण अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। अन्य अहम नियुक्ति में 1992 बैच के आईएएस अधिकारी शमशेर सिंह रावत को प्रधान वित्त सचिव बनाया गया है। यह पद लंबे समय से खाली था।
मुख्यमंत्री ने यह साफ संकेत दिया है कि वह अच्छा प्रशासन लाने के बारे में गंभीर हैं और इसी के तहत उन्होंने 2000 बैच के आईएएस अधिकारी सोलोमन अरोकिया राज को अपना सचिव नियुक्त किया है। सोलोमन को कुशल और ईमानदार अधिकारी के तौर पर देखा जाता है।
के. धनंजय रेड्डी (2006 बैच) को मुख्यमंत्री का अतिरिक्त सचिव नियुक्त किया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने संभावना जतायी है कि जगनमोहन शुक्रवार को राज्य सचिवालय का दौरा करेंगे और नौकरशाही में फेरबदल की प्रक्रिया जारी रखेंगे।