AI यानि की आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस के जमाने में हमारे सारे काम आसान होते जा रहे हैं। हम 24×7 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस डिवाइस के साथ रहते हैं। हम अपने घरों में स्मार्ट डिवाइसेज की मदद से कई चीजों को कंट्रोल कर लेते हैं।
हम घरों की लाइट और फैन ऑफ-ऑन करने से लेकर पसंदीदा म्यूजिक सुनने तक के लिए स्मार्ट डिवाइस इस्तेमाल करते हैं। ये स्मार्ट डिवाइसेज AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और AR (ऑग्मेंटेड रियलिटी) जैसे मशीन लर्निंग फीचर्स से लैस होते हैं।
अब मशीन लर्निंग फीचर वाले ये डिवाइस सरकारी कर्मचारियों को भी रिप्लेस कर सकते हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको वीडोडो ने इसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस रोबोट्स को सरकारी कर्मचारी के बदले रिप्लेस करने बात कही है।
जोको ने कहा कि सरकार में फैले लाल फीताशाही को खत्म करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस रोबोट्स की जरूरत है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने कहा कि टॉप 4 लेवल के सरकारी कर्मचारियों की लाल फीताशाही को खत्म करने और देश में इन्वेस्टमेंट बढ़ाने के लिए ये कदम उठाने की जरूरत है।
उन्होंने सरकारी कर्मचारियों से टॉप 4 में से दो पोजिशन को अगले साल खत्म करने का आग्रह किया है। इन दो पोजिशन पर कर्मचारियों की जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले रोबोट्स का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है। इंडोनेशियन राष्ट्रपति जोको वीडोडो ने सरकार के आला अधिकारियों को कहा कि वो अपने नए टर्म के दौरान सरकारी ढ़ांचा को बदलने वाले हैं।
अगर इंडोनेशियन राष्ट्रपति के इस प्रस्ताव को संसद से मंजूरी मिल जाती है तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस रोबोट्स कई तरह के सरकारी विभागों के अकाउंटेंटेस, डाटा एंट्री ऑफिसर्स की जगह ले सकते हैं।
पिछले कई सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस रोबोट्स को इस तरह की जॉब्स के लिए टेस्ट किया जा रहा है। इस तरह की जॉब करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले रोबोट्स सक्षम हैं। ऐसा माना जा रहा है कि सभी तरह की फाइनेंशियल जॉब्स के लिए अब इन रोबोट्स का सहारा लिया जा सकता है।