कनॉट प्लेस पूरी तरह सज-धज कर तैयार है। दिल्ली सरकार शनिवार से अगले 4 दिन तक कनॉट प्लेस में पलूशन फ्री दिवाली का आयोजन करने जा रही है। इसमें शामिल होने के लिए पूरी दिल्ली की जनता को न्योता दिया गया है। इस दौरान रोज शाम 6 बजे के बाद यहां एक-एक घंटे के अंतराल पर लेजर शो होगा। साथ ही कई अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट के भी व्यापक इंतजाम किए हैं।
शनिवार की शाम को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल इस आयोजन का औपचारिक तौर पर उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली कैबिनेट के अन्य मंत्री अपने परिवार के साथ कनॉट प्लेस पहुंचेंगे और जनता के बीच रहकर दिवाली मनाएंगे। इस आयोजन का मुख्य मकसद दिवाली के आस-पास होने वाले प्रदूषण को रोकने का है। इसके लिए कनॉट प्लेस में बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई हैं।
आउटर सर्कल से इनर सर्कल में आने-जाने के तमाम रास्तों पर भव्य तोरण द्वार बनाए गए हैं, वहीं लेजर शो के लिए भी इनर सर्कल में बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई हैं। पूरे इलाके को रंगीन रोशनी से सजाया गया है।
स्थानीय व्यापारी सरकार के इस आयोजन का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें आशंका है कि सीपी में गाड़ियों की एंट्री बंद होने और जाम लगने की वजह से कस्टमर नहीं आएंगे, जिससे उनके बिजनस पर काफी बुरा असर पड़ेगा, लेकिन दिल्ली सरकार ने उम्मीद जताई है कि बिजनस कम नहीं होगा, बल्कि और बढ़ेगा। इस बीच व्यापारियों के संगठन नई दिल्ली ट्रेडर्स असोसिएशन ने दिल्ली के उपराज्यपाल को भी चिट्ठी लिखकर इस आयोजन पर सवाल उठाए हैं।
ट्रैफिक पुलिस ने साफ कर दिया है कि आउटर सर्कल से इनर सर्कल की पार्किंग्स तक गाड़ियां को आने-जाने दिया जाएगा। ऐसे में जिन लोगों को शॉपिंग करने जाना है, वो भी इस आयोजन के दौरान सीपी में आ-जा सकेंगे। इनर सर्कल में शनिवार से लेकर मंगलवार तक शाम 4 बजे से रात 11 बजे तक ट्रैफिक के सर्कुलर मूवमेंट पर पाबंदी रहेगी। लोग आउटर से इनर सर्कल में प्रवेश करके पार्किंग तक जा सकेंगे।
जहां तक आयोजन का सवाल है, तो उसमें एंट्री पूरी तरह फ्री रहेगी। शाम को एक-एक घंटे का लेजर शो आयोजित होगा, जो लगातार रात तक चलता रहेगा। इसके साथ ही कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। एक फूड कोर्ट भी बनाया जा रहा है, जिसमें तरह-तरह के व्यंजनों के स्टॉल्स लगाए जाएंगे। वहां जाकर लोग लजीज खाने का आनंद भी ले सकते हैं। इसके अलावा क्राफ्ट बाजार भी लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री खुद अपने परिवार के साथ रोज यहां मौजूद रहेंगे। उन्होंने साफ किया है कि उनका परिवार दिवाली पर पटाखे नहीं चलाएगा। इस आयोजन के दौरान आउटर सर्कल से इनर सर्कल में जाने वालों की कड़ी चेकिंग भी की जाएगी। जाम ने लगे इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने मैनेजमेंट के लिए भी बड़े पैमाने पर तैयारियां की गईं हैं। लोगों की सहूलियत के लिए जगह-जगह साइनेज भी लगाए गए हैं।
लोग जनपथ के रास्ते इनर सर्कल में आ सकेंगे और पालिका पार्किंग या एफ-ब्लॉक की पार्किंग तक जा सकेंगे। एफ ब्लॉक की पार्किंग से बाहर निकलने के लिए लोग बाबा खड़क सिंह मार्ग या पालिका पार्किंग की तरफ से निकल सकेंगे।
स्टेट एंट्री रोड की तरफ से आने वाले लोग सी-ब्लॉक के पार्किंग लॉट तक जा सकेंगे और वापसी में मिंटो रोड की तरफ से बाहर निकल सकेंगे।
आउटर सर्कल पर हल्दीराम की तरफ से भी लोग सीपी के इनर सर्कल की तरफ जा सकेंगे और बीच में मिडिल सर्कल से लेफ्ट टर्न लेकर ई ब्लॉक की पार्किंग में या राइट टर्न लेकर डी ब्लॉक की पार्किंग में जा सकेंगे। वापसी में डी ब्लॉक की पार्किंग से लोग मिंटो रोड की तरफ और ई ब्लॉक की पार्किंग से बाराखंभा रोड की तरफ बाहर निकल सकेंगे।
लोग बाबा खड़क सिंह मार्ग पर स्थित डीएलएफ की मल्टिलेवल पार्किंग या शिवाजी स्टेडियम की पार्किंग में भी अपनी गाड़ियां पार्क करके पैदल चलकर कनॉट प्लेस तक आ-जा सकेंगे।
लेकिन इतनी कवायदों के बाद भी राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में हवा का स्तर लगातार बेहद खराब स्थिति में बना हुआ है। छोटी दिवाली यानी शनिवार को भी ऐसी ही स्थिति बनी हुई है। राजधानी, गुड़गांव और नोएडा में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स में पीएम 2.5 का स्तर 300 के पार है। प्रदूषण से संबंधित जानकारी देनेवाली एजेंसी सफर ने कहा है कि इससे राहत नहीं मिलनेवाली है। अगर इस दिवाली पिछली बार से आधे पटाखे भी जले तब भी दिल्ली का दम घटना तय है।
सफर के मुताबिक दिवाली पर रात 1 से सुबह 6 बजे तक हवा सबसे अधिक जहरीली रहने की उम्मीद है। 28 अक्टूबर को यह खराब रहेगी और इसके बाद 29 अक्टूबर को बेहद खराब हो सकती है।
बता दें कि एक्यूआई 0 से 50 के बीच होने पर ‘अच्छा’ होता है, जबकि 51 से 100 के बीच होने पर ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच होने पर उसे ‘गंभीर’ समझा जाता है। बुधवार को दिल्ली का औसत एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 304 पर था।
अगर इस बार पिछले साल से आधे पटाखे भी चलाए तो दिल्ली का दम घुटना तय है। दिवाली के अगले दिन यानी 28 अक्टूबर को दिल्ली में स्मॉग की मोटी चादर दिखेगी और प्रदूषण खतरनाक स्तर पर रहेगा। यह दावा किया है सफर ने। हालांकि पिछले साल की तुलना में इस दिवाली दिल्ली कुछ हद तक साफ रहेगी।
सफर के मुताबिक दिवाली की रात आतिशबाजी होने की संभावना बनी रहती है। अगर लोगों ने आतिशबाजी नहीं की तो भी दिवाली के बाद दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब ही बना रहेगा। एयर इंडेक्स 350 के आसपास हो सकता है। अगर 2017 और 2018 से आधी आतिशबाजी भी हुई तो कम समय के लिए ही सही दिल्ली खतरनाक स्तर पर पहुंच जाएगी। आतिशबाजी के बावजूद 29 अक्टूबर तक दिल्ली की हवा बेहद खराब स्तर पर पहुंच जाएगी। जबकि 2018 में दिवाली के बाद कुछ दिनों तक प्रदूषण स्तर खतरनाक स्तर पर रहा था।
पंजाब और हरियाणा में पराली जलना लगातार बढ़ा है। इस बीच एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय हो रहा है और इसका असर नॉर्थ-वेस्ट बार्डर पर रहेगा। इसकी वजह से 26 अक्टूबर को पराली का प्रदूषण 15 से 20 पर्सेंट तक दिल्ली के प्रदूषण को प्रभावित करेगा। इस वजह से एयर इंडेक्स 370 के आसपास रह सकता है। लेकिन 27 अक्टूबर से हवाएं पराली के धुएं को नहीं लाएंगी, हवा में जो प्रदूषण बढ़ेगा वह दिल्ली की अपनी वजहों के साथ पटाखों का होगा।