कोरोना एक असाध्य रोग साबित हो रहा हैं व इसका का कहर दिनोदिन बढ़ता ही जा रहा हैं| अगर हम बात करे की कोरोना का मरीज 14 दिनों के एकांतवास व कुछ दवाइयों के साथ दिनचर्या में बदलाव के बाद ठीक हो रहे हैं तो ऐसा कहना बेमानी ही होगा क्योकि चीन में जो कोरोना पीड़ित ठीक हो गए थे उनमे 70 दिनों बाद कोरोना के लक्षण फिर से उभरने लगे हैं|
और अब इस सवाल ने चीन में चिंताएं बढ़ा दी हैं। कभी कोरोना के केंद्र रहे वुहान में मामला 50 साल के शख्स का है जिसे कोरोना के लक्षण मिलने पर शुरू में क्वारंटीन में रखा गया। इसका दो अलग-अलग अस्पतालों में इलाज हुआ। इलाज में रिपोर्ट निगेटिव आई तो उसे अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया।
शख्स को जब फिर से कोरोना वायरस के संक्रमण का शक हुआ तो उसने टेस्ट कराया जो कि पॉजिटिव निकला है। इस व्यक्ति को संक्रमण से ठीक हुए दो महीने बीत चुके हैं। इस तरह के चीन में कई मामले दिखे हैं। कई मामले तो ऐसे हैं जिसमें कोई भी लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। कई लोगों को 50 या 60 दिन बाद कोरोना हो जा रहा है।
एक व्यक्ति ने बताया कि वह वुहान में तीन अस्पतालों में रहा और बाद में एक फ्लैट में रहने लगा। उन्होंने बताया कि फरवरी के तीसरे सप्ताह से लेकर अब तक उनके 10 टेस्ट हो चुके हैं। इसमें कई बार उनका टेस्ट निगेटिव आया लेकिन ज्यादातर टाइम पॉजिटिव आया है। मैं अच्छा महसूस कर रहा था और कोई भी लक्षण नहीं था। लेकिन जब दोबारा कोरोना वायरस की जांच की गई तो यह पॉजिटिव आया।’
कोरोना वायरस के इस नए संकेत दुनियाभर में चिंताएं बढ़ गई हैं। वह भी तब जब विश्वभर में लॉकडाउन को खत्म करने पर विचार किया जा रहा है ताकि आर्थिक गतिविधियां शुरू हो सकें। लॉकडाउन की वजह से कोरोना वायरस का प्रसार दुनिया के कई देशों में काफी कम हो गया है। चीन से मिले संकेत के विपरीत अब तक माना जाता था कि कोरोना के लिए 14 दिनों का क्वारंटाइन पर्याप्त है।
सिर्फ यही नहीं कई देश संक्रमित व्यक्ति जो ठीक हो चुके हैं उनके प्लाजमा को लेकर उपचार पर प्रयोग कर रहे है व इस प्रकार की खबरे इस प्रकार के उपाय पर संशय पैदा करेंगी| क्योकि जो व्यक्ति ठीक हो चुके हैं उनके प्लाज़मा को संक्रमित व्यक्ति को चढ़ाया जा रहा हैं|
अब डर हैं की इस प्रकार के उपाय से कोरोना कंही और शक्तिशाली होकर ना उभरे| इसलिए दिल्ली सरकार अन्य सरकारों को थोड़ा संयम बरतकर प्लाज़मा से इलाज पर रोक लगानी चाहिए व पूर्व में जो व्यक्ति प्लाज़मा के इलाज से ठीक हो चुके हैं उनके स्वास्थ पर नज़र रखनी चाहिए|