प्रदूषण से दिल्ली एनसीआर में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। दिल्ली के बाद अब गुड़गांव, फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद ने भी 5 नवंबर तक स्कूलों की छुट्टी कर दी है। वहीं केंद्र सरकार भी इस पूरे मामले पर सक्रिय हो गई है।
वायु प्रदूषण से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव और कैबिनेट सचिव दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग करने जा रहे हैं।
प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार भी हरकत में आई है। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी. के. मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने आज इस मुद्दे पर हाई लेवल मीटिंग बुलाई है।
मीटिंग में दिल्ली के अधिकारियों के अलावा पंजाब और हरियाणा की राज्य सरकारों के अधिकारी भी विडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़ेंगे। प्रदूषण की वजह से जहां राजधानी दिल्ली में पब्लिक हेल्थ इमर्जेंसी घोषित है, वहीं पूरे दिल्ली-एनसीआर में सभी स्कूल 5 नवंबर तक के लिए बंद कर दिए गए हैं।
रविवार को स्मॉग की वजह से एयर ट्रैफिक भी प्रभावित हुई है। दिल्ली से करीब 37 उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा।
जहां प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार पहले ही 5 नवंबर तक स्कूलों को बंद करने का ऐलान कर चुकी हैं। वहीं नोएडा-गाजियाबाद और फरीदाबाद-गुड़गांव प्रशासन ने भी 5 नवंबर तक स्कूल बंद करने की घोषणा कर दी है।
एनसीआर के सभी शहरों में यह आदेश 12वीं तक के स्कूलों पर लागू होता है। इसके अलावा मेरठ और हापुड़ में भी सभी स्कूलों को 5 नवंबर तक बंद करने के आदेश दिए गए हैं।