फ्रांस से आने वाली खबर कुछ सही नहीं हैं क्योकि पैरिस की जल एजेंसी की प्रयोगशाला ने शहर के विभिन्न इलाकों से लॉकडाउन के तुरंत बाद लिए गए 27 नमूनों की जांच की जिनमें से 4 नमूनों में कोरोना वायरस मिला है। क्योकि फ्राँस की जल वितरण प्रणाली बहुत ही सुदृढ़ व परिष्कृत हैं जबकि बाहर की इस मामले में जो साख हैं वो बहुत सही नहीं हैं|
पैरिस के गैर पेयजल स्रोतों में कोरोना वायरस मिला है। हालांकि, शहर के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि पेयजल के संक्रमित होने का खतरा नहीं है। पैरिस की जल एजेंसी की प्रयोगशाला ने शहर के विभिन्न इलाकों से लॉकडाउन के तुरंत बाद लिए गए 27 नमूनों की जांच की जिनमें से चार नमूनों में कोरोना वायरस मिला है। फ्रांस में कोरोना वायरस के संक्रमण से रविवार को पिछले 24 घंटे में 395 लोगों की मौत के साथ कुल मौतों की संख्या 19,718 तक पहुंच गई है।
शहर की शीर्ष पर्यावरण अधिकारी सेलिया ब्लाउल ने बताया कि पेयजल की आपूर्ति का नेटवर्क पूरी तरह से अलग है और इसलिए उसका उपयोग बिना किसी खतरे के किया जा सकता है। दरअसल, सीन नदी और अवर्क नहर पैरिस में इस्तेमाल होने वाले गैर पेयजल की स्रोत हैं और इनका इस्तेमाल सड़कों को साफ करने, पौधों में पानी देने के साथ-साथ सजावट के लिए लगाए गए फव्वारों में किया जाता है।
भारत में जल व मल के लिए अलग अलग लाइन डाली गयी हैं और पीने के जल की जो लाइन हैं वो सरकारी पाइप लाइन से लोगो के द्वारा लिए गए कनेक्शन से लोगो के घरो में गयी हैं| घर और सरकारी पाइप लाइन के बीच में निगम की नाली पड़ती हैं जो तक़रीबन हर जगह भरी रहती हैं| कई कई जगह लोगो के कनेक्शन बहुत पुराने हो चुके हैं व पाइप लाइन जंग लगने, नाले की सफाई व अन्य किसी कारण से नालो के बीच में टूट जाती हैं|
यही एक टूटा हुआ पाइप पूरी पाइप लाइन में पानी ना आने के दौरान नाली का पानी ले जाता हैं जिससे की दूषित पानी की समस्या पैदा होती हैं| कई लोगो ने तो घरो में आरओ लगाए हुए हैं लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो की बिना आरओ के पानी पीते हैं और मान लीजिये अगर उस कॉलोनी में कोई कोरोना का मरीज हैं व उसके नहाने व अन्य किये कार्य के कारण वो पानी नाली में और नाली से लोगो के घरो में आता हैं तो स्थिति संभालनी मुश्किल हो जायेगी हैं|
इसलिए सरकार को तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए व जांच करनी चाहिए की पानी में क्लोरीन डालने के बाद क्या कोरोना का वायरस जीवित रहता हैं व साथ ही साथ राज्यों के जल संस्थानों को हॉट स्पॉट जैसी जगहों पर होने वाली लीकेज को तुरंत ढूंढकर बंद करना चाहिए व लोगो से अनुरोध हैं की पीने के पानी को आप उबालकर ही पिये चाहे वो आरओ का ही क्यों ना हो व नल में आ रहे दूषित पानी को बहाकर सम्बंधित जल बोर्ड को सूचित करे|