आजकल जगह जगह प्याज की चर्चा हैं व समाचार चेनलो में तो प्याज सेब से ज्यादा महंगा मिल रहा है| हालत यह हैं की डेढ़ किलो सेब व प्याज दोनों का एक ही मूल्य हैं| प्यांज की इसी मांग को देखते हुए सरकारे भी इस मुहीम में कूद गयी हैं और इसी मुहीम में लोगो को सरकार कम मूल्य में प्याज पहुचाने के लिए जगह जगह प्याज सेण्टर खोलने की तैयारी हैं|
इसी मुहीम में दिल्ली की आम आदमी की सरकार के सर्वेसर्वा अरविन्द केजरीवाल ने भी घोषणा करी हैं की वो दिल्ली में प्याज 24 रूपये प्रति किलो के हिसाब से बेचेंगे और प्रति व्यक्ति 5 किलो तक प्याज खरीद सकता हैं| लोग अरविन्द सरकार की इस योजना से बड़े खुश हैं की 90 रूपये किलो वाली प्याज अब उन्हें 24 रूपये में मिलेगी|
जनपक्ष इंडिया ने जब तथ्यों की बारे में ज्यादा जानकारी ली की पता चला दिल्ली सरकार लोगो को छल रही हैं| क्योकि दिल्ली में बेचने के लिए प्याज, दिल्ली सरकार केंद्र से 16 रुपयों में खरीद रही हैं और लोगो को 8 रुपया बढ़ाकर बेच रही हैं| इससे तो यही लगता हैं की अरविन्द सरकार भी मुनाफाखोरी को बढ़ावा दे रही हैं और प्याज पर 50% का लाभ कमा रही हैं जो नियमो के विरुद्ध भी हैं|
अगर अरविन्द सरकार सही में लोगो की हितेषी होती तो प्याज के जमाखोरों पर कार्यवाही करती ताकि बाजार में प्याज की कीमतों पर लगाम लगाया जा सके और प्याज की आवक बढ़ सकते| आवक बढ़ने से प्याज की कीमतों में खुद ब खुद अंकुश लग जाता लेकिन दिल्ली सरकार इस मुद्दे का भी राजनीतिकरण किया और जमाखोरों पर कार्यवाही ना करके प्याज 24 रूपये में बेचने का दिखावा करके राजिनितक लाभ लेने की कोशिश करी| लेकिन जनता सब जानती हैं की उन्हें लूटने में लगे हुए हैं|