दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने न सिर्फ दिल्ली में कांग्रेस को मजबूती प्रदान की थी बल्कि 15 वर्षों तक स्थिर सरकार भी दी। उनकी राजनीतिक काबलियत का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि राज्यपाल से विवादों के बाद भी इनमें मनमुटाव की खबरें यदा-कदा ही सामने आती थीं। शीला दीक्षित को दिल्ली में विकास के लिए भी जाना जाता है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेता और मौजूदा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से विधानसभा चुनाव में हार के बाद उन्हें केरल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।
इस पद से उन्होंने 25 अगस्त 2014 को इस्तीफा दे दिया था। वह लगातार तीन बाद मुख्यमंत्री पद संभालने वाली देश की पहली मुख्यमंत्री थीं। वर्तमान में भी शीला दिल्ली की राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय थीं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें दिल्ली की उत्तर-पूर्वी सीट से मैदान में उतारा था, लेकिन यहां पर भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
दिशीला दीक्षित के निधन की खबर सुन हर कोई इस कदर हैरत में है कि शुरुआत में तो इसे सबने गलत समझा। कांग्रेस की कद्दावर नेता का यूं चले जाना सबको अखर रहा है। राजनीति, खेल व मनोरंजन समेत तमाम लोग सोशल मीडिया पर संवेदना प्रकट कर अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीला दीक्षित के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और दिल्ली की प्रगति में उनके उल्लेखनीय योगदान को याद करते हुए उनके साथ अपनी एक तस्वीर को भी ट्वीट किया है।
राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा शीला दीक्षित के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। उनका कार्यकाल राजधानी दिल्ली के लिए महत्वपूर्ण परिवर्तन का दौर था जिसके लिए उन्हें याद किया जाएगा।
नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने शोक जताते हुए ट्वीट किया है और कहा कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर बेहतरीन काम किए जो भी उन्हें जानता होगा वह उन्हें याद करेगा। प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘वरिष्ठ व प्रखर नेता श्रीमती शीला दीक्षित के निधन से अत्यंत दुःख हुआ। उन्हें सभी दलों का आदर व सम्मान प्राप्त था। ईश्वर दु:ख की इस घड़ी में उनके परिवार को शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे । ॐ शांति।’
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वे अच्छी प्रशासक थीं। भूपेंद्र हुड्डा व भाजपा सांसद व दिल्ली के भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी शीला दीक्षित के निधन पर गहरा दुख जताया है।