प्रदेश में BJP के मंत्रियों का गुंडाराज चल रहा है। यदि कोई इनके अनुसार काम न करे तो समझे उसकी जिंंदगी दांव पर।उत्तराखंड के कैबिनेट, शिक्षा और खेल मंत्री अरविंद पांडेय जिन पर कई बड़ी जिम्मेदारियां उन्होंने आज ऐसा काम किया है जिससे संविधान की धज्जियां उड़ रही है। सत्ता की हनक में सारे नियम कानून की अनदेखी हो रही है, प्रशासन विवश है। अरविंद ने अचार संहिता का उल्लंघन करते हुए सारे नियम- कानूनों को खनन कारोबारियों के साथ मिलकर ताक पर रख दिया। बता दें कि मंत्री के संरक्षण में खनन कारोबारियों ने कुंडेश्वरी पुलिस चौकी इंचार्ज के साथ न केवल गाली-गलौज की, बल्कि हाथापाई तक कर दी। लेकिन मंत्री जी ने कुछ भी नहीं किया। करते भी कैसे यह सब उनके आदेश पर ही हो रहा था।
जानकारी के अनुसार खनन कारोबारियों ने चौकी इंचार्ज पर आरोप लगाया कि वह क्षेत्र में अपनी तानाशाही कर रहा है। मनमाने तरीके से अंडरलोड वाहन भी सीज किए जा रहे हैं। किसी को भी पकड़कर पीटा जा रहा है।
इस बात को लेकर खनन कारोबारी मंगलवार को भड़क उठे। पहले उन्होंने कुंडेश्वरी स्थित हाइडिल पर मीटिंग कर रोष जताया। जिसके बाद सभी खनन कारोबारी शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के साथ पैदल कुंडेश्वरी पुलिस चौकी पहुंचे और चौकी इंचार्ज गोस्वामी को देख भड़क उठे।
- उन्होंने न केवल शिक्षा मंत्री के संरक्षण में चौकी इंचार्ज अर्जुन गिरी के साभ न केवल गाली-गलौज की। बल्कि भीड़ ने हाथापाई तक कर दी।
इस मौके पर करीब 500 से ज्यादा खनन कारोबारी मंत्री अरविंद पांडेय के साथ मौजूद रहे। किसी तरह चौकी इंचार्ज ने अपने ऑफिस में जाकर अंदर से दरवाजा बंद कर अपनी जान बचाई। हालांकि सीओ और कोतवाल के पहुंचने के बाद मामला शांत हो गया। शिक्षा मंत्री और खनन कारोबारियों का हाई बोल्टेज ड्रामा करीब आधे घंटे तक चला।