दिल्ली में हो रही सुगबुगाहट से लग रहा है हाई कमान ऋतू खंडूरी, निशंक, धामी, धन सिंह के इतर किसी अन्य नाम पर गहन विचार कर रहा हैं और यही कारण हैं की विधायको, संसद सदस्यों व महाराष्ट्र के राज्यपाल दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं|
यह सभी जानते है की भाजपा अंत समय में अपने पत्ते खोलती है व पिछले कई समय से उत्तराखंड में केवल व केवल ठाकुर व्यक्ति को ही मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है जबकि उत्तराखंड में ब्राह्मणों का भी अच्छा ख़ासा वर्चस्व हैं व इस बार सूत्रों के अनुसार कोई ब्राह्मण ही राज्य की बागडोर संभालेगा|
वैसे हाई कमान के पास ऋतू खंडूरी जैसे जूझारू नेता हैं व उन्हें उत्तराखंड के सबसे प्रचलित व प्रख्यात पूर्व मुख्यमंत्री श्री भुवन चन्द्र खंडूरी का भी सानिध्य प्राप्त हैं जो की एक कुशल व कठोर प्रशासक के रूप में प्रख्यात थे व प्रसासनिक अमला रोज शाम को विडियो कांफ्रेस के द्वारा उन्हें दिन भर की रिपोर्ट करता था व भ्रष्टाचार भी कंट्रोल में था|
अगर देखा जाए तो धनसिंह रावत भी मुख्यमंत्री की दौड़ में अव्वल आ सकते हैं क्योकि संघ व भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व में उनकी अच्छी पैठ भी है व चुनाव से पहले स्वास्थ मंत्रालय को पटरी पर लाने के लिए उन्होंने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था वो बात और हैं की स्वास्थ व शिक्षा इतनी जल्दी पटरी पर आने वाले नहीं हैं|
निशंक, धामी व सतपाल महाराज मुख्यमंत्री की दौड़ में तो हैं पर इन लोगो का मुख्यमंत्री बनाना लगभग असंभव ही है एकमात्र धामी ही ऐसे नेता हैं जिनपर केंद्र विचार कर सकता है लेकिन दिल्ली में हवा का रुख कुछ और ही कह रहा हैं की आलाकमान एक कुशल, प्रशासनिक व खाटी संघी को उत्तराखंड की कमान देने के मूड में है|
आज जब केंद्रीय नेतृत्व ने बंशीधर भगत को दिल्ली बुलाया है तो इसके माने यह लगाये जा रहे हैं की शायद भगत को मुख्यमंत्री की कमाना दी जा सकती हैं इसलिए ही केन्द्रीय नेतृत्व ने उन्हें दिल्ली में बुलाया हैं व देखा जाए तो भगत भी कुमाऊ से आते है व ब्राह्मण भी हैं व यही सब चीज़े लोगो को भटका भी रही है|
अब आपको बताते हैं की असल बात क्या हैं| दिल्ली से आ रही खबरों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाह रहे हैं की इस बार उत्तराखंड की कमान श्री सुरेश भट्ट के हाथो में दी जाए| सुरेश भट्ट शुरू से ही केंद्रीय नेतृत्व की पहली पसंद थे लेकिन उत्तराखंड में भाजपा की पतली हालत देखकर व बंसीधर भगत के विरोध के कारण सुरेश भट्ट को कालाढुंगी विधानसभा से उन्हें टिकट नहीं दिया जा सका|
लेकिन अब परिस्थितिया भाजपा के पक्ष में हैं व 70 में से 47 सीटे जीत भाजपा स्वय के दम पर सरकार बनाने में सक्षम है| अब आलाकमान ने लगभग मन बना लिया है की सुरेश भट्ट को उत्तराखंड की कमान दी जाए और वह उसके लिए माहोल बनाने में लगे हैं|
Suresh Bhatt is the general secretary of BJP’s Uttarakhand unit
Suresh Bhatt (born 6 September 1968) is current State General Secretary at Bhartiya Janata Party (BJP), Uttarakhand and earlier he was State General Secretary of Haryana and Former National General Secretary at Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad (ABVP)