वर्चुअल रियलिटी से बने गेम आजकल लोगो के लिए सिरदर्द बने हुए हैं खासकर पबजी इस बार हबीबपुर के दाउदबाट में गुरुवार की देर रात को पबजी गेम में सेना के मारे जाने से आहत पीयूष कुमार (17) ने फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। पीयूष इंटर की परीक्षा देने के बाद घर में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। जब मां-बाप को पता चला कि सेना के हार जाने से आहत होकर उनके बेटे ने खुदकुशी कर ली तो उनका कहना है कि आप भी अपने बच्चों पर नजर रखें।
परिजनों का कहना है वह मोबाइल पर घंटों पबजी गेम खेलता था। गुरुवार शाम छह बजे से उसने अपने कमरे में मोबाइल पर पबजी गेम खेलना शुरू किया था। रात साढ़े दस बजे पीयूष की मां बेबी भारती छत पर गई और बेटे को खाना खाने के लिए कहा।
मां बेबी भारती ने पीयूष को मोबाइल पर गेम खेलने से मना भी किया। इसपर पीयूष अपनी मां पर गुस्साते हुए बोला मुझे टेंशन मत दो। इच्छा होगी तो खाना खा लेंगे। इसके बाद वह अपने कमरे में आकर सो गई। आधा घंटे बाद रात 11 बजे पीयूष के पिता रामविलास यादव ने बेटे को खाना खाने के लिए बुलाया।
पीयूष के नीचे नहीं आने पर वे भी डांट-फटकार कर सोने चले गए। रात 12 बजे रामविलास की नींद खुली तो बगल वाले कमरे में जैसे ही वह गए तो देखा कि पीयूष फंदे से लटक रहा था। शोर मचाने पर बेबी भारती भी जग गई। कमरे के अंदर का दृश्य देखकर मां हतप्रभ थी।
सूचना मिलने पर हबीबपुर पुलिस मौके पर पहुंची। पीयूष के पिता के बयान पर हबीबपुर थाने में मामला दर्ज कराया गया है। रामविलास यादव सजौर थाना के रतनगंज गांव के मूल निवासी हैं। वर्तमान में दाउदबाट में रह रहे हैं।
एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि मोबाइल पर पबजी गेम खेलने के दौरान सैनिक के मारे जाने के कारण पीयूष आहत था। इसके कारण उसने खुदकशी कर ली। एसएसपी ने अपील करते हुए कहा है कि गेम को गेम की तरह लें। गेम में उतार-चढ़ाव होता है। इससे आहत होने की जरूरत नहीं है। कोई गलत कदम नहीं उठाएं। उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों पर निगरानी रखने के लिए कहा।