रिलायंस जियो से बाकी टेलिकॉम नेटवर्क्स पर कॉलिंग अब फ्री नहीं रही और इससे जुड़ा बड़ा अनाउंसमेंट कंपनी की ओर से किया गया है। जियो यूजर्स को बाकी नेटवर्क्स पर कॉल करने के लिए अब 6 पैसा प्रति मिनट की दर से भुगतान करना होगा। जियो की ओर से अब तक यूजर्स को डेटा के लिए ही रीचार्ज करवाना होता था, जिसमें एसएमएस और अनलिमिटेड वॉइस कॉलिंग यूजर्स को फ्री में मिलती थी। अब जियो से बाकी नेटवर्क्स पर कॉलिंग के लिए आपको अलग से IUC टॉप-अप रीचार्ज करवाना होगा।
इंटरकनेक्ट यूजेस चार्ज या आईयूसी ही जियो की कॉलिंग सभी नेटवर्क्स के साथ फ्री न रहने की वजह बनी है। दरअसल, एक टेलिकॉम नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग के लिए ट्राई की ओर से तय किए गए एक शुल्क का भुगतान कंपनियों को करना पड़ता है। जिस नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर आउटगोइंग कॉल की जाती है, उसे दूसरे नेटवर्क को यह आईयूसी फीस देनी पड़ती है। उदाहरण के लिए अगर एयरटेल कस्टमर ने किसी जियो कस्टमर को कॉल किया है, तो एयरटेल जियो को इसके लिए आईयूसी चार्ज देगा। वहीं, जियो यूजर की ओर से एयरटेल के नंबर पर आउटगोइंग कॉल की स्थिति में जियो भी एयरटेल को आईयूसी चार्ज का भुगतान करेगा।
जियो या बाकी नेटवर्क्स एकदूसरे को उनपर किए जाने वाले कॉल्स के आधार पर भुगतान करते हैं। यह स्थिति तब बेहतर है, जब सभी ऑपरेटर्स पर आने वाले कॉल्स की संख्या लगभग समान हो और उन्हें समान रकम एकदूसरे को देनी पड़े। आंकड़ों में समझें तो अगर एयरटेल, जियो और वोडाफोन आइडिया, तीनों पर आने वाले कॉल्स की संख्या लगभग समान हो, तो वे एकदूसरे को समान आईयूसी चार्ज देंगे और संतुलन की स्थिति बनी रहेगी क्योंकि किसी कंपनी को नुकसान नहीं होगा। अगर जितना आईयूसी चार्ज देना पड़ रहा है, उतना ही दूसरे ऑपरेटर्स से मिल जाए तो फायदा या नुकसान शून्य होगा।
रिलायंस जियो की टेलिकॉम मार्केट में इंट्री के बाद से ही यूजर्स तेजी से जियो की ओर शिफ्ट हुए। मौजूदा स्थिति पर गौर करें तो वोडाफोन-आइडिया का मार्केट शेयर 32.53 प्रतिशत, जियो का मार्केट शेयर 29.08 प्रतिशत और एयरटेल का शेयर 28.12 प्रतिशत है। जियो का मार्केट शेयर बढ़ने के साथ ही उसके नेटवर्क से बाकियों पर जाने वाली आउटगोइंग कॉल्स की संख्या बढ़ी है। इसके लिए जियो कस्टमर्स से अब तक अलग से कोई चार्ज नहीं ले रहा था लेकिन उसे कंपनियों को आईयूसी का भुगतान करना पड़ता था। बता दें, जियो ने अब तक एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को लगभग 13,500 करोड़ रुपये आईयूसी चार्ज के तौर पर दिए हैं और कस्टमर्स से इसके बदले कोई कॉलिंग चार्ज नहीं लिया है।
टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) की ओर से 2017 में आईयूसी चार्ज 6 पैसा प्रति मिनट तय किया गया था। तब ट्राई ने 1 जनवरी, 2020 से इसे पूरी तरह खत्म करने का निर्णय भी लिया था। इसके चलते जियो ने 2020 तक आईयूसी चार्ज बाकी कंपनियों को देते रहने का निर्णय लिया था और कस्टमर्स के लिए अनलिमिटेड कॉलिंग फ्री थी। हाल ही में ट्राई ने रिव्यू के लिए आईयूसी से जुड़ा कंसल्टेशन पेपर मांगा है और आईयूसी को खत्म करने के बजाय इस अवधि को बढ़ाया जा सकता है। ऐसे में दबाव के चलते जियो को यह खर्च कस्टमर्स को सौंपना पड़ा है। जियो का कहना है कि यह अस्थायी कदम है और आईयूसी चार्ज खत्म होते ही, कॉलिंग फिर से पूरी तरह फ्री कर दी जाएगी।
जियो के मौजूदा प्लान्स में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अगर आप जियो के सिम से बाकी नेटवर्क्स पर कॉल करना चाहते हैं तो आपको अलग से आईयूसी टॉप-अप वाउचर से रीचार्ज करवाना होगा। इसकी टॉप-अप की कीमत 10 रुपये से शुरू है। कस्मटर्स को यह रकम भी ज्यादा न लगे, इसके लिए कंपनी 10 रुपये के आईयूसी टॉप पर पर 1 जीबी डेटा एक्सट्रा देगी। इस तरह दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग करने की स्थिति में आपके इस रीचार्ज से 6 पैसा प्रति मिनट की दर से रकम कटेगी। इस तरह 10 रुपये के रीचार्ज से दूसरे नेटवर्क्स पर करीब 166 मिनट (2 घंटे और 47 मिनट) कॉलिंग की जा सकेगी। जियो से जियो नंबर पर, लैंडलाइन पर या वॉट्सऐप जैसी इंटरनेट सर्विसेज पर कॉलिंग फ्री है और इनकमिंग कॉल्स के लिए भी कस्टमर्स को कोई भुगतान नहीं करना होगा।