7 उपाय आपको बचायेगे हर ठगी से, देखे और अपनाए

7 उपाय आपको बचायेगे हर ठगी से, देखे और अपनाए

7 उपाय आपको बचायेगे हर ठगी से, देखे और अपनाए
7 उपाय आपको बचायेगे हर ठगी से, देखे और अपनाए

देश में ऑनलाइन ठगी के मामलों की बाढ़ सी आ गई है। ये साइबर ठग हर दिन नए तरीकों से लोगों को चूना लगा रहे हैं। कहीं पेटीएम केवाईसी के नाम पर तो कहीं फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोगों के बैंक खातों को साफ कर दिया जा रहा है। नोएडा और गुड़गांव में सामने आए कुछ केसों के बारे में हम आपको बता रहे हैं, ताकि खुद को सर्तक कर सकें।

पेटीएम केवाईसी के नाम पर ठगी
पेटीएम केवाईसी के नाम पर ठगी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे ही दो मामलों में साइबर ठगों ने पेटीएम केवाईसी को सस्पेंड किए जाने की बात कहकर उसे एक्टिवेट करने के नाम पर 2 लोगों के खातों से 2 लाख 43 हजार रुपये निकाल लिए हैं। पीड़ितों ने सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज कराया है।

राजस्थान के अजमेर निवासी इमरान कठात सेक्टर-49 बरौला में रहते हैं। सैमसंग कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजिनियर इमरान ने बताया कि 22 नवंबर को उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉलर ने खुद को पेटीएम का कस्टमर केयर एग्जिक्यूटिव बताते हुए कहा कि उनकी पेटीएम केवाईसी रद्द कर दी गई है।

उन्हें फिर से केवाईसी करानी होगी। वह एक लिंक भेज रहा है, जिसे खोलने के बाद उसी पर केवाईसी करना है। इमरान ने जैसे ही उसके भेजे लिंक को ओपन किया तो उनके खाते से लगातार 8 बार में 1 लाख 83 हजार रुपये निकल गए।

केवाईसी लिंक से लूटा
इसी तरह सेक्टर-74 की सुपरटेक कैपटाउन सोसायटी में रहने वाली तनु आहूजा के पास गुरुवार को कॉल आई। कॉलर ने खुद को पेटीएम एग्जिक्युटिव बताया। उसने कहा कि पेटीएम केवाईसी सस्पेंड कर दी गई है।

उसने भी लिंक भेजकर केवाईसी कराने को कहा। उसके झांसे में आकर तनु ने जैसे ही लिंक ओपन किया, तो उनके खाते से 2 बार में ही 60 हजार रुपये निकल गए। एसओ धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। साइबर सेल मामले की जांच कर रही है।

दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिए रुपये
साइबर ठगों ने नोएडा सेक्टर 53 गिझौड़ गांव में रहने वाले एक युवक के बैंक खाते से 3500 रुपये निकाल लिए हैं। पीड़ित की शिकायत पर थाना सेक्टर 24 पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

गिझौड़ गांव में रहने वाले लव कुमार का खाता सेक्टर 53 स्थित कॉर्पोरेशन बैंक की शाखा में है। उनके खाते में 1 दिसंबर को 3700 रुपये थे। अज्ञात ठगों ने उसी शाम उनके खाते से 3500 रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिए। इस ट्रांजेक्शन का मेसेज मिलने पर उन्होंने अगले दिन बैंक जाकर पता किया तो उन्हें ठगी का पता चला। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

एटीएम बदलकर निकाले 40 हजार
सेक्टर-49 बरौला स्थित एक एटीएम बूथ से रुपये निकालने गए युवक का ठगों ने धोखे से डेबिट कार्ड बदलकर उनके खाते से 40 हजार रुपये निकाल लिए हैं। पीड़ित ने सेक्टर-49 थाने में शिकायत दी है। पीड़ित प्रमोद ने बताया उन्होंने गुरुवार सुबह 11 बजे बरौला स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम से 9 हजार रुपये निकाले।

उसी दौरान वहां आए कुछ युवक उनसे बात करने लगे और घोखे से उनका डेबिट कार्ड बदल दिया। उनके वहां से जाने के बाद 2 बार में खाते से 40 हजार रुपये निकाल लिए। एसओ धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। एटीएम की सीसीटीवी फुटेज चेक की जा रही है।

ओएलएक्स पर टेबल खरीदने के बहाने क्यूआर कोड से ठगी
ओएलएक्स पर डायनिंग टेबल खरीदने का झांसा देकर ठग ने एक महिला के खाते से 25 हजार रुपये निकाल लिए। शातिर ने अडवांस में पेमेंट करने की बात कहकर वॉट्सऐप पर पेटीएम का क्यूआर कोड भेजा था।

क्यूआर कोड स्कैन करते ही महिला के बैंक खाते से रुपये निकल गए। पीड़िता ने सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज कराया है। सेक्टर-78 स्थित अंतरिक्ष गोल्फ व्यू-2 सोसायटी में रहने वाली अनीशा चतुर्वेदी ने 3 हजार रुपये में डायनिंग टेबल बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन डाला था। गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे एक व्यक्ति ने उन्हें कॉल करके डायनिंग टेबल खरीदने की इच्छा जताई।

उसने अडवांस में पैसे देने की बात कह वॉट्सऐप पर पेटीएम का क्यूआर कोड भेजा। क्यूआर कोड कोड स्कैन करते ही खाते से करीब 25 हजार रुपये निकल गए।

गूगल से कस्टमर केयर का नंबर लेना पड़ा महंगा
गुड़गांव, मानेसर स्थित एनएसजी कैंप के जवान से 20 हजार रुपये ठगी का मामला सामने आया है। अज्ञात ने निजी कंपनी का फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर ठगी को अंजाम दिया। पुलिस के अनुसार, एनएसजी के नायक गुड्डू कुमार ने मामले की शिकायत दी है।

अगस्त में उन्होंने ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी से मोबाइल चार्जर केबल का ऑर्डर किया था। एक सप्ताह बाद भी जब ऑर्डर डिलीवर नहीं हुआ तो शिकायतकर्ता ने 20 अगस्त को गूगल पर कंपनी का कस्टमर केयर नंबर ढूंढा व कॉल किया। कॉल रिसीव करने वाले ने खुद को ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी का कस्टमर केयर अधिकारी बताते हुए कहा कि जल्द ही रिफंड कर दिया जाएगा।

फिर आरोपित ने मोबाइल पर ऐप डाउनलोड करने को कहा। जैसे ही ऐप मोबाइल में डाउनलोड किया उसके बाद आरोपित ने उनसे उस पर आया पासवर्ड पूछा। पासवर्ड बताते हुए खाते से 20 हजार रुपये कट गए।

गुड़गांव में भी पेटीएम केवाईसी के नाम पर ठगी
पेटीएम केवाईसी के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। युवती के खाते से करीब 55 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए गए। युवती ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। पीड़ित युवती दिव्या ज्योति ने कहा कि 23 नवंबर को मोबाइल पर एक मेसेज आया।

उसमें लिखा था कि आपका पेटीएम केवाईसी एक्सपायर हो चुका है। उसमें एक कस्टमर केयर नंबर लिखा गया था। उस पर कॉल करने को कहा गया। युवती ने उस नंबर पर कॉल किया तो रिसीव करने वाले ने खुद को पेटीएम केवाईसी अपडेट टीम नोएडा का कर्मचारी बताया।

मोबाइल में गूगल प्ले से टीम व्यूअर या क्विक सपोर्ट ऐप डाउनलोड करने को कहा। फिर 1 से 10 रुपये की राशि पेटीएम गिफ्ट वाउचर के तौर पर भरने को कहा। युवती ने अपने स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के डेबिट कार्ड से 10 रुपये पेटीएम में ऐड किए, जिसके 10 मिनट के बाद ही खाते से 54 हजार 775 रुपये कट गए।

तब शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन का कहना है कि साइबर क्राइम थाना में धोखाधड़ी व आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

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