प्याज की मार से बेंगलुरु में प्याज डोसा दुर्लभ हुआ

प्याज की मार से बेंगलुरु में प्याज डोसा दुर्लभ हुआ

प्याज की मार से बेंगलुरु में प्याज डोसा दुर्लभ हुआ
प्याज की मार से बेंगलुरु में प्याज डोसा दुर्लभ हुआ

देश भर में प्याज की बढ़ती कीमतों के कारण जहां आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कई रेस्त्रां मालिकों ने अपने मेन्यू में बदलाव कर दिया है।

बेंगलुरु के कई रेस्त्रां मालिकों ने अपने मेन्यू के अनियन डोसा को बाहर कर दिया है। रेस्त्रां मालिकों का कहना है कि प्याज की बढ़ती कीमतों के कारण उन्होंने अब रेस्त्रां में प्याज का इस्तेमाल कर दिया है।

बेंगलुरु होटल असोसिएशन के पदाधिकारी वी. कामत ने रेस्त्रां मालिकों के इस फैसले की जानकारी देते हुए प्याज की कीमतों को इसके लिए जिम्मेदार बताया है।

शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कामत ने कहा कि हम लोगों ने प्याज के दाम में इजाफे के बाद इसके इस्तेमाल को कम किया है।

बड़े रेस्त्रां और फूड चेन प्याज की कीमतों के बढ़ने पर अपने दाम बढ़ा सकते हैं, लेकिन जिस भी रेस्त्रां में मध्यम वर्गीय परिवार के लोग जाते हैं, उन्हें कीमत बढ़ने पर परेशानी का सामना करना पड़ता है।

बता दें कि देश भर में प्याज की आसमान छूती कीमतों पर ब्रेक लगने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली से लेकर कोलकाता और चेन्नै तक के रीटेल मार्केट्स में एक किलोग्राम प्याज 100 से 120 रुपये तक के दाम पर लोगों के किचन में पहुंच पा रहा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर मंडियों में प्याज की आपूर्ति नहीं बढ़ती तो कीमतें और बढ़ सकती हैं।

दिल्ली की लोकल सब्जी मंडियों में प्याज 100 रुपये बिक रहा है। दुकानदारों का कहना है कि पहले वे एक दिन में 30-50 किलो प्याज बेच देते थे। आज उन्हें 10 किलो प्याज भी बेचना मुश्किल हो गया है।

पिछले तीन दिनों में प्याज की कीमत में 20 से 30 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। प्याज व्यापारियों की मानें तो 15 दिसंबर से पहले प्याज की कीमतों में कमी आने की कोई संभावना नहीं है।

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