World

मैकडोनाल्ड के सीईओ स्टीव बर्खास्त, कर्मचारी से थे सम्बन्ध

मैकडोनाल्ड के सीईओ स्टीव बर्खास्त, कर्मचारी से थे सम्बन्ध

विदेशी कंपनिया कार्यालय में शुचिता का कितना ध्यान रखती हैं वो मेकडोनाल्ड की अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी को बर्खास्त करने से पता चलता है| सीईओ स्टीव ईस्टरब्रुक को बर्खास्त करने का कारण उनका उनके ही किसी कर्मचारी से सम्बन्ध होना बताया गया हैं जिसे उन्होंने भी स्वीकार किया हैं|

जबकि हमें याद हैं की भारत की सबसे बड़ी कंपनी के अधिकारी पर भी अमेरिका में इसी तरह के आरोप लगे थे और केस अमेरिका की अदालत में भी गया था जिससे बाद में कंपनी ने अपने उस अधिकारी को बचाने के लिए समझोता कर लिया था और यदि यह वाकया भारत में होता तो उस कर्मचारी को बर्खास्त किया जाता ना की CEO को|

विदेशी कंपनिया अपने नियमो व कर्मचारियों के हितो को लेकर सजग व कार्यशील बनी रहती हैं क्योकि उनका मानना हैं की यदि इस प्रकार की घटनाओ को हमें हलके में लिया तो हो सकता हैं की लोग अपने पद का गलत इस्तेमाल कर कर्मचारियों का शोषण करे|

मैकडोनाल्ड कॉर्प ने अपने सीईओ स्टीव ईस्टरब्रुक को बर्खास्त कर दिया है। दरअसल वह एक कर्मचारी के साथ रिलेशनशिप में थे। बोर्ड ने फैसला किया कि यह कंपनी की पालिसी के खिलाफ है और इस वजह से उनपर यह कार्रवाई की गई। 52 साल के ईस्टरबुक 2015 से कंपनी के सीईओ थे।

Related Post

बोर्ड ने कहा कि कर्मचारी के साथ रिलेशनशिप में होने की वजह से उन्होंने कुछ गलत फैसले लिए। उन्होंने बोर्ड के सदस्य पद से भी इस्तीफा दे दिया है। ईस्टरबुक ने कहा, ‘मैंने गलती की।’ उन्होंने रविवार को कर्मचारियों को ई मेल भेजा कि उन्होंने कंपनी को हमेशा महत्व दिया लेकिन बोर्ड का फैसला सही है और अब उनके जाने का वक्त है। अमेरिका के कॉर्पेरेट जगत ऐसी कई घटनाएं सामने आईं जिनमें रिलेशनशिप की वजह से बड़े अधिकारी को इस्तीफा देना पड़ा।

बता दें कि सोशल मीडिया पर चले #MeToo कैंपने के दौरान बड़ी कंपनियों के अधिकारियों और कर्मचारियों की स्क्रूटनी की गई। जून 2018 में इंटेल कॉर्प के सीईओ ब्रायन को भी पद छोड़ना पड़ा था। वह भी अपनी एक कर्मचारी के साथ रिलेशनशिप में थे। ईस्टरब्रुक के बाद क्रिस केंपिजिंस्की को मैकडोनाल्ड यूएसए का सीईओ बनाया गया है।

केंपजिंस्की ने अपने संदेश में ईस्टरब्रुप को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ईस्टरबुक के कामों को आगे बढ़ाने के लिए वह काम करेंगे। मैकडी के चेयरमैन एनरिक हर्नांडेज जूनियर ने कहा कि केंपिजिंस्की कंपनी की रणनीतियों के लिए बहुत उपयोगी हैं। मैकडी का हेड ऑफिस शिकागो में है और हाल में ही इसके 40 साल पुरे हुए हैं। कंपनी ने ईस्टरबुक से संबंधित और कोई जानकारी साझा नहीं की है।

Recent Posts

अवैध निर्माण पर GDA के 3 पर्यवेक्षक निलंबित : बिल्डरों मे हड़कंप

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में बड़ा एक्शन: अवैध निर्माण में संलिप्त तीन पर्यवेक्षक निलंबित, कई इंजीनियरों… Read More

2 weeks ago

कमीशनखोरी पर चलती धामी सरकार

उत्तराखंड मे धामी राज मे कमीशनखोरी अपने चरम पर हैं व अधिकारियों का मौन समर्थन… Read More

1 month ago

धामी सरकार की “रेतागिरी”

उत्तराखंड मे धामी सरकार नियमो को ताक पर रखकर नीतियो मे अमूल चूल परिवर्तन कर… Read More

5 months ago

योगी राज मे निरंकुश होता तंत्र

जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने उत्तर प्रदेश की कमान संभाली है उत्तर प्रदेश… Read More

6 months ago

वेव सिटि का विकास अवरुद्ध करता “नकद” का प्रवाह

हम सभी जानते हैं की मायावती के काल मे उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाई-टेक सिटी… Read More

7 months ago

छूट, चूट व घूट बने उत्तराखंड के पतन का कारण

गत 1 अप्रेल से उर्जा आयोग ने UPCL को प्रदेश में नयी दरो से बिलों… Read More

1 year ago