Samsung shuts down its factories in China.

सैमसंग ने चीन में अपना कारखाना बंद किया

Samsung shuts down its factories in China.
Samsung shuts down its factories in China.

अमेरिका के साथ ट्रेड वॉर की वजह से आर्थिक मोर्चे पर पहले से ही मुसीबतें झेल रहे चीन को कोरियाई दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग ने जोर का झटका दिया है। सैमसंग ने चीन में स्मार्टफोन का निर्माण पूरी तरह से बंद कर दिया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, कंपनी ने चीन में श्रम की बढ़ती लागत के मद्देनजर यह कदम उठाया है। भारत में अपने संयंत्रों का विस्तार कर रही कंपनी ने शुक्रवार को ई-मेल के जरिये जारी एक बयान में कहा कि उसने चीन में स्थित अपने दूसरे कारखाने में भी स्मार्टफोन का निर्माण बंद कर दिया है।

इससे पहले कंपनी ने पिछले साल चीन के तिआनजिन में स्थित एक अन्य कारखाने को बंद किया था। कंपनी ने कहा कि उसने अपने कारखानों की ‘दक्षता बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया है।’ वैसे दक्षिण कोरिया के मीडिया ने कहा है कि सैमसंग ने चीन में मोबाइल फोन का निर्माण कार्य बंद किया है, उसका एक कारण यह भी है कि वहां मजदूरी खर्च बढ़ गया है।

ट्रेड वॉर के कारण मुसीबतें झेल रही चीन में मौजूद वैश्विक कंपनियां पहले से ही निर्माण के लिए दूसरे देश में जगह तलाश रही हैं। भारत ने कॉर्पोरेट पर लगने वाले टैक्स में भारी कटौती करके इन कंपनियों को भारत में संयंत्र लगाने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसके अलावा, कंपनियों को लुभाने के लिए देश में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में निवेश आकर्षित करने के लिए सरकार कुछ बड़े इंसेंटिव दे सकती है। इनमें सस्ता कर्ज, प्लांट और मशीनरी के लिए क्रेडिट गारंटी और इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (EMC) 2.0 स्कीम शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि इससे ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों की दिलचस्पी भारत में प्लांट लगाने में बढ़ सकती है। सरकार ने हाल ही में नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के लिए 15 पर्सेंट के टैक्स रेट की घोषणा की थी। इससे चीन जैसे देशों से कंपनियों को भारत शिफ्ट कराने में मदद मिलेगी।

इस साल की शुरुआत में MEITY ने देश में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए तीन नई स्कीमों का प्रपोजल भेजा था। देश में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तीन बड़ी स्कीमें- मॉडिफायड स्पेशल इंसेंटिव पैकेज स्कीम (MSIPS), EMC और इलेक्ट्रॉनिक डिवेलपमेंट फंड पिछले साल खत्म हो गई थी। इसके बाद MEITY ने नई स्कीमों का प्रपोजल दिया था।