Statics & reality is too far.

जनता का निकला तेल और लाटा खेले खेल

Statics & reality is too far.
Statics & reality is too far.

राज्य में त्रिवेन्द्र सिंह सरकार रोज नए नए निवेश के आकडे जारी कर रही हैं और राज्य में निवेश को लाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं| जबकि सभी को मालूम हैं की इस समय कोई भी निवेश नहीं कर रहा हैं लेकिन राज्य सरकार की वेबसाइट हैं जो नित नए चौकाने वाले दावे कर रही हैं| चाहे निवेश हो या रोजगार उसके अनुसार राज्य शीर्ष पर हैं| अगर हम लाटे की माने तो हर व्यक्ति के पास नौकरी हैं और वो खुशहाल हो चुका हैं| अगर ऐसा हैं तो राज्य सरकार व बाबू निवेश निवेश क्यों चिल्ला रहे हैं|

आइये जानते हैं की इस निवेश निवेश का असल सच क्या हैं? हमने राज्य सरकार के उत्तराखंड निवेश पोर्टल को अच्छे के खंगाला और उसमे कुछ खामिया पाई| हो सकता हैं की यह खामिया प्रशासनिक रही हो लेकिन इससे राज्य सरकार की नियत व विश्वसनीयता दोनों पर संदेह होता हैं की क्या सच में त्रिवेन्द्र सरकार निति और निवेश को लेकर उत्साहित व सजग हैं| अगर आप भी चाहे तो इसे यंहा क्लिक करके खुद जांच सकते हैं|

अल्मोड़ा जिले में सूची के 28वे स्थान पर दिखाया गया हैं की test2 प्राइवेट लिमिटेड कंपनी गेहू की उच्चीकरण के लिए कार्य करेगी और इससे 50 लाख का निवेश अल्मोड़ा जिले/राज्य में होगा व एक व्यक्ति को इससे रोजगार मिलेगा| जब हमने इस कंपनी की और अधिक पड़ताल की तो पाया की इस नाम की कोई भी कंपनी पूरे भारत में रजिस्टर ही नहीं हैं|

इसी लिस्ट में एक होटल जगदीश हैं जो की अल्मोड़ा के लोअर माल रोड खत्याड़ी में स्थित हैं| इसी लिस्ट के अनुसार वो होटल अल्मोड़ा में ही 75 करोड़ का निवेश करेंगे जिससे की 6 लोगो को रोजगार मिलेगा| जबकि इसी लिस्ट में Tanmantra वैलनेस एव रिट्रीट हैं जो 8 करोड़ का निवेश करेगी और इससे 53 लोगो को रोजगार मिलेगा|

जब हमने अल्मोड़ा के बाद बागेश्वर की सूची देखी तो पाया की अल्मोड़ा मेग्नेसाईट लिमिटेड को सूची में क्रमांक 36 व 39 पर दो बार दिखा रखा हैं दोनों में कंपनी 43 लाख का निवेश कर रही हैं और एक में 27 व दुसरे में 29 लोगो को रोजगार मिलेगा|

देहरादून की सूची में 303 क्रमांक में होटल ग्रैंड लेगेसी इलीट के नामे से एंट्री हैं व् उसके अनुसार वो बिना किसी निवेश के 13 लोगो को रोजगार देंगे| इसी सूची में क्रमांक 298 पर एक कंपनी हैं इशाना Nutraceuticals प्राइवेट लिमिटेड जिसका दावा हैं की वो 2.95 करोड़ का निवेश करेंगी और उससे राज्य में 45 लोगो को रोजगार मिलेगा| जबकि इस कंपनी के उप्पर 1 करोड़ 10 लाख रूपये की देनदारी 2017 से हैं व उसकी दो संपत्तिया बंधक के रूप में भारत सरकार की वेबसाइट में दिखाया जा रहा हैं|

देहरादून की इसी लिस्ट में एक कंपनी हैं मोचिको शूज प्राइवेट लिमिटेड उसके अनुसार वो मात्र 8 लाख के निवेश पर 90 लोगो को रोजगार प्रदान करेगी| इसी लिस्ट में मोचिको का नाम दो और जगह क्रमांक 156 व 265 पर भी हैं जन्हा पर उनके अनुसार वो लोग 6.09 करोड़ रुपयों का निवेश करेंगे और 450 लोगो को उससे फायदा होगा वही क्रमांक 265 के अनुसार मोचिको 23 लाख का निवेश देहरादून में करेगी और उससे 90 लोगो को रोजगार मिलेगा| जब इस कंपनी के बारे में ज्यादा पड़ताल की गयी तो पता चला की इस कंपनी की वित्तीय स्थिति भी ज्यादा सही नहीं हैं|

इस सूची में सबसे ज्यादा चौकाने वाला नाम होटल लाइब्रेरी क्लब प्राइवेट लिमिटेड का हैं जो कि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के भाई आनद कुमार व उनकी पत्नी विचित्रलता का हैं| जानने वाली बात यह हैं की आनंद कुमार कभी नोयडा अथॉरिटी में क्लर्क हुआ करते थे व वर्ष 2002 में उन्होंने नौकरी छोड़ी थी| इस कंपनी के अनुसार वो लगभग 333 करोड़ रूपये राज्य में निवेश करेंगे जिससे की 7 लोगो को रोजगार मिलता| उनका यह अनुरोध राज्य सरकार ने सिंगल विंडो में 28 अगस्त को डाला हैं जबकि 18 जुलाई 2019 को ही आयकर विभाग ने उनकी सम्पतियो को बंधक बना लिया हैं| क्या राज्य सरकार इन सब बातो लेकर आँख मूंदे बैठी थी| क्या पैसे के लिए सरकार किसी को भी निवेश की अनुमति दे देगी|

अबकी बारी हरिद्वार की थी जब हमने इस निवेश सूची को जांचा तो पाया की क्रमांक 693 पर सैनी आटा चक्की के नाम पर कनखल में एक उद्योग हैं उसमे बिना निवेश के ही दो लोगो को रोजगार दिखाया गया हैं| इसी लिस्ट में क्रमांक 690 पर एक सनराइज इन्दुतिरेस हैं उसने भी दावा किया हैं की बिना किसी निवेश के वो 30 लोगो को रोजगार प्रदान करेगी| हरिद्वार के ही क्रमांक 687 पर एक कंपनी हैं एशियाई गैलेक्सी प्राइवेट लिमिटेड जो की दावा कर रही हैं की बिना किसी निवेश के वो 250 लोगो को रोजगार प्रदान करेगी व क्रमांक 685 पर इनको टेक्नोलॉजी नामक कम्पनी के अनुसार वो 4.30 करोड़ के निवेश पर 400 लोगो को हरिद्वार में रोजगार देगी|

हरिद्वार में ही क्रमांक 654 पर रीलेक्सो फूटवेयर का नाम हैं व हम सभी जानते हैं की यह काफी प्रतिष्ठित कंपनी हैं लेकिन लिस्ट के अनुसार यह कंपनी केवल 6 लाख रुपयों का निवेश करेंगी और 600 लोगो को रोजगार देगी| मतलब 1000 रूपये पर एक रोजगार का सृजन हो रहा हैं| जो की संभव ही नहीं हो सकता| क्रमांक 620 पर एक कंपनी हैं Transcontinental Healthcare Private Limited जो की 2.34 करोड़ रूपये के निवेश पर 265 लोगो को रोजगार देने का दावा कर रही हैं|

क्रमांक 574 पर एक कंपनी हैं VS LIFE CARE PRIVATE LIMITED जो की राज्य में 3 लाख का निवेश करेगी जिससे 53 लोगो को रोजगार के अवसर मिलेंगे| ऐसे ही सूची के क्रमांक 563 के एक नाम सुसंता रक्षित लिखा हैं जो की राज्य में 76.11 करोड़ का निवेश करेंगे और उससे 17 लोगो को रोजगार मिलेगा| 76 करोड़ कोई मामूली रकम नहीं हैं वो भी बिना कंपनी के नाम में पर कोई व्यक्ति निवेश कर रहा हैं| ये सरकार की गंभीरता को दर्शाता है और लगता हैं की राज्य सरकार केवल और केवल आंकड़ो का पेट भर रही हैं ताकि बैलेंसशीट दुरुस्त नज़र आये|

हमारे द्वारा जब पिथोरागढ़ की सूची जाँची गयी तो पाया की क्रमांक 220 व 221 में एक ही प्रकार के व्यवसाय निवेश राशि व सामान रोजगार अवसर के विषय में लिखा हैं जैसे की विधुत उत्पादन अन्य संसाधनों से निवेश राशि 25 लाख व रोजगार सृजन 34. जो की संशय पैदा करता हैं|
उधमसिंह नगर की सूची जांचने के दोरान हमें सूची नंबर 806 पर एक नाम मिला जो संशय पैदा करता हैं क्योकि वो नाम मेनुफेकचरिंग था और उसके अनुसार वो 74 लाख के निवेश में में 100 लोगो को रोजगार प्रदान करेंगे

अब जब हमने उत्तरकाशी की सूची जाँची तो देखा की क्रमांक 17 पर जो पूर्णानंद भट्ट जो की पिछली बार लगभग 7100 करोड़ का निवेश कर रहे थे अब उनका मन बदल गया हैं और वो 78 लाख का ही निवेश करेंगे जिस्से की 11 लोगो को रोजगार मिलेगा (click here)| पिछली बार हमने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था की किस प्रकार आंकड़ो की बाजीगरी राज्य सरकार कर रही हैं| इसी सूची में क्रमांक 26 पर एक कंपनी स्थित हैं NAITWAR MORI HYDRO ELECTRIC PROJECT जो की 7.81 करोड़ रुपयों में 500 लोगो को रोजगार देगी| जल विधुत उत्पादन केन्द्रों में इतना श्रम संभव ही नहीं हैं व इसके विषय अलग से एक विशेष चर्चा होगी क्योकि यह परियोजना 2005 की हैं व राज्य सरकार ने आंकड़ो को बाजीगरी करके इसे यंहा दर्शाया हैं|

अंतिम सूची जो की राज्य स्तरीय आवेदन की हैं उसमे क्रमांक 97 व 98 पर VIP इंडस्ट्रीज का नाम दिया हुआ हैं और वंहा पर उसका स्तर “लार्ज” दिया हुआ हैं| कंपनी हरिद्वार में 11.80 करोड़ रुपयों में 222 रोजगार व 11.80 करोड़ में 150 लोगो को रोजगार देगी| देखने से लगता हैं की सभी आंकड़े एक ही हैं केवल रोजगार के अवसर अलग अलग हैं|

तीन दिनों तक पूरी सूची जांचने के बाद बात साफ़ हो गयी की अधिकतर आकडे सिर्फ लोगो को गुमराह करने के लिए डाले गए हैं| जिससे की लोगो में विशवास हो की राज्य में निवेश आ रहा हैं और उससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे| कई आंकड़े तो ऐसे लग रहे थी की यह सब शेल कंपनियों के हैं लेकिन ज्यादा जानकारी ना होने के कारण हमने उसके बारे में लिखा उचित नहीं समझा|

बात साफ़ हो चुकी हैं की राज्य में निवेश की गति बहुत ही धीमी हैं सरकार केवल और केवल आंकड़ो की बाजीगरी कर रही हैं होना तो यह चाहिए था की निवेश की बात करने वालो के विषय में जांच की जाती और उनको नीतियों पर परखा जाता की क्या वो सच में गंभीर हैं? कंही ऐसा तो नहीं हैं की वो लोगो और बैंक का पैसा ठिकाने लगाने आये हैं? सरकार ने यंहा मौखिक निवेश को ही आधिकारिक निवेश बना डाला हैं| इससे सरकार की गंभीरता व जागरूकता का पता चलता हैं और साफ़ दिखता हैं की उत्तराखंड में सरकार आकड़ो के खेल खेलने में व्यस्त हैं|

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