अब केंद्रीय सरल योजना से करे छत पर पैदा बिजली, कमाये लाखो

अब केंद्रीय सरल योजना से करे छत पर पैदा बिजली, कमाये लाखो

अब केंद्रीय सरल योजना से करे छत पर पैदा बिजली, कमाये लाखो
अब केंद्रीय सरल योजना से करे छत पर पैदा बिजली, कमाये लाखो

अब घर में ही बिजली पैदा कीजिए, पहले खुद इस्तेमाल करें और जो बच जाए उसे ऊर्जा निगम को बेच दीजिए। जी हां, सौर ऊर्जा के जरिये बिजली उत्पादन अब कुटीर और लघु उद्योग की शक्ल लेने जा रहा है।

रेजिडेंसियल सेक्टर को ध्यान में रखकर तैयार किया गया ‘ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर कार्यक्रम’ अब आमदनी और रोजगार का जरिया भी बनेगा। इसके लिए घरों की छत पर 10 किलोवाट तक सोलर प्लांट लगाए जा सकेंगे। खास बात ये भी है कि इस योजना से लोगों को जोड़ने के लिए सब्सिडी मिलेगी।

सब्सिडी के लिए लाभार्थियों को भटकना नहीं पड़ेगा। सरकार से इम्पैनल्ड फर्म सिर्फ लाभार्थी से ली जाने वाली राशि से सोलर प्लांट स्थापित करेंगी। इसके बाद एजेंसी खुद ही सब्सिडी हासिल करने के लिए दौड़-भाग करेंगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इस महत्वाकांक्षी योजना को नौ नवंबर को राज्य स्थापना दिवस पर लॉंच करेंगे।

प्रदेश में इस योजना का जिम्मा ऊर्जा निगम को सौंपा गया है। रूफ टॉप सोलर कार्यक्रम में आवेदन करने वाले लोग अपने घरों पर 10 किलोवाट तक सोलर प्लांट लगा सकेंगे।

ऊर्जा निगम ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से इस योजना के लिए रेजिडेंसियल कॉलोनियों से आवेदन मांगेगा। ऑनलाइन आवेदन मिलने पर ऊर्जा निगम की टीम मौका मुआयना कर फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करेगी। योजना के लिए चुने गए लाभार्थी के घर की छत पर इम्पैनल्ड फर्म सोलर प्लांट लगाएगी।

सरकार के निर्देशों के मुताबिक ऊर्जा निगम सोलर प्लांट लगाने वाली फर्मों का पैनल तैयार करेगी। तीन किलोवाट पर 40 फीसद सब्सिडी योजना से जुड़ने वाले लोगों को दिक्कतें न आएं, इसका खास ख्याल रखा गया है। सोलर प्लांट लगाने वाली फर्म आवेदक से सिर्फ उसका ही अंशदान लेगी।

योजना के लिए दी जाने वाली सब्सिडी सरकार से फर्म खुद ही वसूल करेगी। अपर सचिव ऊर्जा और उत्तराखंड नवीकरणीय ऊर्जा अभिकरण (उरेडा) के निदेशक कैप्टन आलोक शेखर तिवारी ने बताया कि तीन किलोवाट के सोलर प्लांट के लिए 40 फीसद सब्सिडी मिलेगी।

तीन से 10 किलोवाट तक सोलर प्लांट के लिए 20 फीसद सब्सिडी दी जाएगी। यह सब्सिडी केंद्र सरकार की ओर से मुहैया कराई जाएगी। प्लांट लगाने पर प्रति किलोवाट करीब 50 हजार रुपये का खर्च आएगा।

ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर कार्यक्रम की खासियत इसका ऊर्जा निगम के ग्रिड से जुड़ना है। सोलर प्लांट से उत्पादित सौर ऊर्जा को ग्रिड से जोड़ने की बड़ी चुनौती ऊर्जा निगम के सामने है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने ऊर्जा निगम को इस संबंध में जरूरी ट्रांसफार्मर और अन्य उपकरणों की खरीद का कार्य समय रहते पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

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