बुलबुल कि आहट से सभी डरे

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बुलबुल कि आहट से सभी डरे

चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ अगले 6 घंटों के भीतर भीषण रूप ले सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में इसका तटीय प्रभाव देखे जाने की आशंका है। दोनों राज्यों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें भेजी जा रही हैं।

उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले पर चिंता जताई है। इसके बाद पीएम के प्रमुख सचिव डॉ. पीके मिश्रा ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के मुख्य सचिवों के साथ बैठक की, जिसमें प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए क्या तैयारियां की गईं हैं, इसकी समीक्षा की गई।

सभी कॉमेंट्स देखैंअपना कॉमेंट लिखेंकेंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक, इस बैठक में बुलबुल चक्रवात के कुछ घंटों के असर की समीक्षा की गई। बयान में कहा गया, ‘भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के डायरेक्टर जनरल ने बुलबुल चक्रवात की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चक्रवात ‘बुलबुल’ के प्रभाव क्षेत्र में हवा की रफ्तार 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटे दर्ज की गई और जबकि केंद्र में इसकी गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे है। यहां अधिक से बहुत अधिक बारिश भी हो सकती है।

इससे पहले मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जी के दास ने कहा था, ‘चक्रवात बुलबुल कोलकाता से 930 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व अवस्थित है और गुरुवार रात को इसके और मजबूत होने की संभावना है।

शनिवार को यह और ताकतवर होकर ‘बहुत गंभीर’ श्रेणी में पहुंच जाएगा, जिससे समुद्र में स्थिति प्रतिकूल हो सकती है।’ इसके मद्देनजर मछुआरों को गुरुवार शाम तक तट पर लौटने और अगले आदेश तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।

दास ने कहा,‘तूफान के उत्तर-उत्तरपश्चिम में पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तट की ओर रुख करने की संभावना है।’ मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अगर यह बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होता है तो इसकी अधिकतम गति 115 से 125 किलोमीटर प्रति घंटे पहुंच जाएगी और तूफान के केंद्र में गति 140 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।

मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवाती प्रणाली की निगरानी की जा रही है और तट से टकराने के संभावित स्थान का आकलन किया जा रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों पूर्वी मिदनापुर, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिले में नौ से 11 नवंबर तक भारी बारिश होने की संभावना जताई है।

एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि संबंधित जिलों के अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने और आपात स्थिति से निपटने के लिए कार्य योजना तैयार करने को कहा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में शुक्रवार शाम से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और यह गति बढ़ती चली जाएगी।

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